दन्तेवाड़ा@ दन्तेवाड़ा उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ओजस्वी मंडावी केशापुर गांव स्व. रामलाल ओयामी के परिजनों से मिलने पहुँची थी. श्यामगिरी ब्लास्ट में रामलाल ओयामी की शहादत भी दिवंगत विधायक भीमा मंडावी के साथ हो गयी थी।

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आपको बता दे कि केशापुर से महज 5 किलोमीटर दूर बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा का फरसपाल गांव है। भाजपा उम्मीदवार ओजस्वी फरसपाल गांव पहुँची जहाँ बस्तर की राजनीति के सूरज की तरह दमकने वाले स्व.महेंद्र की आदमकाय प्रतिमा कर्मा परिवार ने स्थापित की है। ओजस्वी मंडावी झीरमघाटी हमले शहीद स्व. महेंद्र कर्मा जी की प्रतिमा पर माल्यअर्पण किया और आशीर्वाद लिया। ओजस्वी मंडावी ने कहा कि स्व. कर्मा जी ने दन्तेवाड़ा की जनता के लिए बहुत कुछ किया है। और राजनीति के क्षेत्र कदम रखने से पहले ऐसे राजनीतिक व्यक्त्वि का आशीर्वाद मैने लिया है।
इस वक्त ओजस्वी भावुक थी, तस्वीरों में ओजस्वी की भावनाएं झलक रही थी। वे कर्मा परिवार के परिजनों मिलकर रो पड़ी, सादगी और सिद्दत से राजनीति में कर्मा जी प्रतिमा हर राजनेता के लिए आर्दश है। क्योंकि उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ बस्तर में जमकर लड़ाई लड़ी। और उसी लड़ाई में वीरगति को प्राप्त हो गये।

ओजस्वी मंडावी ने इसी दौरान छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजीनीतिक सियासत पर भी बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मानती हूँ कर्मा जी ने बस्तर के बहुत कुछ किया है। पर मेरे पति की नक्सली हत्या को हादसा बताना,घटना बताना ऐसे कैसा शहादत का सम्मान है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने भी कल टीवी चैनलों में इसी तरह की बात कही थी। दुःख होता सुनकर मुझे स्व. मंडावी जी ने सच्ची श्रीधा और मन से दन्तेवाड़ा की सेवा की जिसका कांग्रेस के नेता इस तरह से ब्यान देकर अपमान कर रहे है। जबकि हमनें कभी कर्मा जी शहादत बड़ी छोटी नही किया। शहादत का दर्द एक जैसा होता है। सबका चाहे मेरा दर्द या किसी और का?
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