दंतेवाड़ा@ दंतेवाड़ा जिले के विकासखण्ड कुआकोंडा की ग्राम पंचायत रेंगानार वैश्विक महामारी कोरोना से बचने के लिए शत प्रतिशत कोरोना टिका लगाकर सुरक्षा कवच के साथ खड़ी है। चर्चा इस गांव की इसलिए हो रही है क्योंकि रेंगानार ग्रामपंचायत 18 वर्ष और 45 वर्ष से ऊपर आयु के सभी ग्रामीणों को टीकाकरण करवाने वाली प्रदेश में पहली ग्रामपंचायत इस कोरोना महामारी के दौर में बन गयी है। आखिर कैसे इस गांव में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का काम दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी की टीम ने किया यह जानना बेहद जरूरी है।वीडियो पर देखिये
भौगोलिक जटिलता- अंधविश्वास से पहली लड़ाई-
रेंगानार ग्रामपंचायत बेहद ही अंदुरुनी गांव है। जहाँ जागरूकता की कमी के साथ नक्सलियों के प्रभाव से गांव में पिछड़ापन है। इसके लिए दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने आदिवासियों की क्षेत्रीय बोली गोंडी में एक विडीओ कोरोना जागरूकता और मुफ्त वैक्सीनेशन को लेकर ग्रामीणों के लिए बनाया जिसे कोरोना जागरूकता दल और स्वास्थ्य विभाग की टीम रेंगानार जैसे गांव में नदी नालों के पार पहुँचकर घर घर भ्रमण कर ग्रामीणों को दिखाकर पहले जागरूक किया जिसके बाद ग्रामीणों ने टीकाकरण में बढ़चढ़ अपनी हिस्सेदारी निभाई। देखिये किस तरह गांव ने स्वयं लिया कोरोना जागरूकता अभियान में हिस्सा।
◆ रेंगानार गांव में 310 वोटर है। जिसमें से 294 पात्र ग्रामीणों को टीकाकरण प्रशासन ने करवा दिया। रेंगानार गांव में पूर्ण वैक्सीनेशन पर दंतेवाड़ा कलेक्टर ने ग्राम पंचायत को उपहार स्वरूप 20 लाख रुपये ग्राम विकास के लिए दिये। साथ ही पंचायत स्वास्थ्य कर्मी और जागरूकता दल की टीमो को कलेक्टर दीपक सोनी जिला पंचायत सीईओ अश्विन देवांगन के साथ मौके पर पहुँचकर बधाई दी। साथ ही जागरूकता अभियान को और तेज चलाकर कोरोना के प्रति लोगो को सजग सावधान और वैक्सीनेशन के लिए लगातार प्रेरित करने को कहा।