दन्तेवाड़ा/सुकमा: सुकमा जिले के चिंतागुफा थानाक्षेत्र के कसालपाड़ और मिनपा इलाके में लम्बे समय के बाद एक फिर से मावोवादियो ने एम्बुश लगाकर बड़ा हमला शनिवार को सर्चिग पर निकले जवानों पर कर दिया। जंगलो में घण्टो चली मुठभेड़ में जवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है घटना में एसटीएफ और डीआरजी के 17 जवानों की शहीद होने की खबर मिल रही है। हालांकि अब तक पुलिस विभाग के अधिकारियों ने खुलकर इस घटना में कितना बड़ा नुकसान हुआ है नही बता रहे है। लेकिन दोरनापाल के आसपास से क्षेत्रीय सूत्रों के हवालो से जो खबरें मिल रही है उससे बड़े पैमाने में नुकसान का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
दरअसल मिनपा और कसालपाड़ के जंगलो में बड़े मावोवादी लीडरों के जमावड़े की खबर जवानों को थी। जिसके लिए सीआरपीएफ, कोबरा,एसटीएफ और डीआरजी के जवानों ने बड़ा आपरेशन नक्सलियों के खिलाफ इस जंगल मे चलाने को निकले थे। जवानों ने 03 तरफ से घेराबन्दी की थी। मगर जवानों की एक टुकड़ी उल्टा ही नक्सलियों के एम्बुश में फंस गई। शनिवार दोपहर से चली मुठभेड़ हुई रुक रुककर दो तीन बार हुई। यहाँ तक कि रेस्क्यू पार्टी को भी नक्सलियों ने देर शाम निशाना बनाया।
सूत्रों की अगर माने तो जवानों का मुकाबला नक्सलियों की बटालियन-१ के हार्डकोर नक्सलियों से हुई है। जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। जिनकी कमांड नक्सली लीडर हिड़मा ने की थी। शहीद जवानों में डीआरजी (डिस्ट्रिक रिगार्ड बल) के जवानों की संख्या अधिक बताई जा रही है। एम्बुश में जवानों को नक्सलियों ने आसानी से ट्रैप किया था. क्योकि जिस तरह से नृशंस हत्या जवानों की गई है। उससे मुठभेड़ की तस्वीर साफ स्पष्ट हो रही है।
हथियार भी लुटे भारी मात्रा
घटना में मुठभेड़ स्थल से नक्सली इंसास, एलएमजी, एके 47, मोटार जैसे बड़े हथियारों को और गोला बारूद भी जवानों के लूट ले गए है। हालांकि अबतक रेस्क्यू सर्चिंग पार्टी वापस नही आई है। इसलिए आधिकारिक ब्यान इस पर जारी नही हुआ है।

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