दन्तेवाड़ा- एनएमडीसी निपेक्ष 13 के लीज आबंटित जमीन पर लीज को कथित फर्जीग्राम सभाकर हिरोली ग्राम के आदिवासियों ने जिला प्रशासन पर सवाल उठाये थे। महीनों से जांच चल रही है। इसी कथित फर्जीग्रामसभा की 2 मर्तबे जांच विफर हो गयी।
मगर मंगलवार को प्रशासन ने फिर जांच पहले सचिव बसन्त नायक से घण्टेभर पूछताछ हुई, फिर हिरोली की महिला सरपंचिका बुधरी से आधे घण्टे तक 2014 में हुई ग्रामसभा के बारे में पूछ हुई। सरपंच ने कहा कोई ग्राम सभा हिरोली मे एनमडीसी को लीज देने के लिये नही हुई है। साथ ही दूसरी ग्राम सभा भी कभी नही करवाता था सचिव ,2013 के सारे दस्तावेज दिखाए गए बुधरी को सभी हस्ताछर को बुधरी ने इंकार कर दिया,सचिव बसंत नायक ने अपने एक घण्टे के बयान में बताया बुधरी 2013 से हस्ताछर करती थी बुधरी ,सचिव ने बताया 1,7,2014 को पहली बार बुलाई गई थी ग्राम सभा जिसमे ग्रामीण उपस्थित नही हुए तो 4,7,2014 को फिर से ग्राम सभा बुलाई गई थी जिसमे 108 ग्रामीण उपस्थिति हुए थे।
हिरोली गांव से पैदल चलकर किरन्दुल करीब 400 महिला पुरुष पहुचे थे। जिनका बारी बारी से ग्रामीणों के बयान दर्ज करने थे पर 29 ग्रामीणों का ही बयान दर्जनों सका।
वर्ष2014 में जो दो नाबालिक जिन्हें बताया गया था गुड्डी और लखमा दोनों का बयान भी जांच में दर्ज हुआ दो लखमा, दो गुड्डी दोनों ने इंकार किया 2014 कि ग्राम सभा के दस्तखत से,4 भीमा में किसी ने भी 2014 में हस्ताक्षर होने की बात से किया इंकार।
सरपंच बुधरी,उप सरपंच सोमडु,सचिव बसंत नायक का हुआ प्रति परीक्षण ,क्रॉस सवाल कर बयान की सच्चाई जानने का प्रयास जांच समिति द्वारा किया गया।
किरन्दुल के अम्बडेक्टर भवन में हुई जांच में संयुक्त पंचायत के सुबह से 11 सदस्य समिल रहे ,मनीष कुंजाम भी पहुचे थे किरन्दुल मनीष ने जांच को बताया नाटक 2014 की ग्राम सभा को फर्जी करार देते हुए कहा नियमो का नही हुआ पालन बिना सक्षम अधिकारी के कैसे हुई ग्राम सभा,ग्राम सभा का अध्यक्ष सरपंच को कैसे बनाया गया।