
दंतेवाड़ा@ बालूद गांव के पास अवैध रूप से लगातार रेत भंडारण को दंतेवाड़ा माईनिंग विभाग रोकने में विफल है.बीते दिनों समाचार पत्रों में अवैध रेत भंडारण को लेकर खबरे प्रकाशित होने बाद जिला प्रशासन से माईनिंग विभाग रेत भंडारण वाले क्षेत्र में पहुँचकर जप्ती की कार्यवाही भी की थी.मगर विभाग की यह कार्यवाही महज खानापूर्ति ही निकली लगभग 70 से 80 बड़े हाईवा से बीते सप्ताह रेत भण्डारण मामले में माईनिंग विभाग ने महज 28100/ रुपये का अर्थदंड लगाकर रेत के तस्कर को अभयदान दे दिया क्योकि जिस जगह माईनिंग विभाग ने कार्यवाही की ठीक उसी जगह लगातार हाईवा से रेत डंपिंग की जा रही है. इसका सीधा अर्थ लगाया जा सकता है कि अवैध रेत भण्डारण करने वाले पर या तो माईनिंग विभाग मेहरबान है. या फिर उसे शासन प्रशासन का कोई भय नही है.

◆एक ही रॉयल्टी पर्ची से दर्जनों गाड़िया दिनभर में रेत खदान से ट्रांसपोर्टर निकालकर लाखो रुपये राजस्व का भट्टा बैठाने में लगे हैं. दरअसल बुधवार को जब मीडिया की टीम ने ऐसे ही रेत भरे एक हाईवा का फीटपास देखा तो चौकाने वाला खुलासा हुआ रेत खदान बालूद से जारी फीटपास में परिवहन का कहि भी समय नही लिखा था जिसके चलते जारी एक ही फीटपास में दिनभर गाड़िया चोरी से रेत का परिवहन करती रहती है. जिस पर दंतेवाड़ा का सुस्त माईनिंग विभाग भी ध्यान नही देता।
◆जिन इलाकों में रेत खदानों से अगर रेत ठेकेदार को रेत भण्डारण की अनुमति माईनिंग विभाग ने जारी की है तो कायदे से भण्डारण क्षेत्र में विभाग द्वारा ठेकेदार को एक बोर्ड लगाना चाहिए जिस पर कितने क्षेत्रफल में कितने घन मीटर रेत भंडार करने की अनुमति विभाग से मिली है और शासन से जारी रॉयल्टी रेट भी उस बोर्ड में चस्पा होना चाहिए, ताकि रेत खरीददारों से काला बाज़ारी न हो सके।
दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि जिस इलाके में अवैध भण्डारण हो रहा है, वहाँ मौके पर टीम भेजकर कार्यवाही की जाएगी।
