दन्तेवाड़ा@ दन्तेवाड़ा जिले के उदेला गांव में जलसंसाधन विभाग और राजस्व के अधिकारियों ने बांध बनाने की बात को लेकर ग्रामीणों के साथ बैठक की, पर इस बैठक का नतीजा शून्य निकला।

दरअसल 2015 में तात्कालिक कृषि मंत्री ने इस गांव में कृषि के लिए एक विशालकाय बांध की स्वीकृति दी थी। लेकिन जिन ग्रामीण किसानों ने आवेदन देकर बांध की मांग की थी। अब वही किसान अपनी जमीन देने से इंकार कर रहे है। 2015 से विभागीय अधिकारी अब सर्वे व अन्य कामो में जुटे रहे।

बुधवार को उदेला और नकुलनार के किसानों को समझाइश देने पहुँचे थे। जहाँ दोनों ग्रामो के किसानों की 50 एकड़ जमीन लगभग अधिकृत होने से बांध बन सकता है। और इस अधिकरण के लिए लगभग 50 किसानों की जमीन बांध निर्माण कार्य मे लगनी है। पर बात नही होने की शर्त में बांध का काम शुरू होने से पहले निरस्त भी हो सकता है।

इधर विभाग 68 हजार रुपये हेक्टेयर के मापदंड से मुवावजा तय किया है। जिसके लिए उदेला के 17 किसान नकुलनार के 23 किसान शामिल थे। मगर बांध के लिए जमीन के इनकार से विभाग काम आगे नही बढ़ा पा रहा है

जलसंसाधन विभाग के एसडीओ आरके ठाकुर और राजस्व अधिकारी बांध के फायदे किसानों को समझाते रहे। अधिकारियों ने बताया कि बांध निर्माण से 100 हेक्टेयर भूमि पर लाभ मिलेगा साथ ही किसानों को मछली पालन का लाभ मिलेगा। केनाल के माध्यम से नकुलनार तक लाभ पहुँचाने की योजना बना रखी गयी थी। जिसमे इंकार के बाद से काम शुरू होने की उम्मीद पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

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