दंतेवाड़ा – सुभाष यादव

ग्राम पंचायत चितालूर में पायलेट योजना अंतर्गत मृदा हेल्थ परीक्षण के तहत किसानों के खेतों से मिट्टी के नमूने एकत्र कर पोषक तत्वों की जाँच की जा रही है। पौधों को अपना जीवन चक्र पूरा करने के लिए 16 पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ये तत्व है :मुख्य तत्व कार्बन, हाइडोजन, आक्सीजन, नत्रजन, फास्फोरस, पोठाश, कैल्सिशयम, मैग्नीशियम सूक्ष्म तत्च जस्ता, मैग्नीज, ताँबा, लौह, बोरोन, मोलिबडेनम व क्लोरीन।इन सभी तत्वों का संतुलित मात्रा में प्रयोग करने से ही उपयुक्त पैदावार ली जा सकती है।

यदि किसी भंडार से केवल निष्कासन ही होता रहे और उसमें निष्कासित मात्रा की पूर्ति न की जाय जो कुछ समय बाद वह भंडार खाली हो जाता है। ठीक यही दशा हमारे मृदा की है। लगातार फसल उत्पादन में वृद्वि एवं बडती सघन खेती के परिणाम स्वरूप पोषक तत्वों का ह्रास भी बड रहा है। परंतु उर्वरकों एवं रासायनिक खादों द्वारा उनकी पूर्ति पूरी तरह से नहीं हो पा रही है। जिससे हमारी भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती जा रही है।

पायलेट योजना अंतर्गत ब्लॉक दंतेवाड़ा में चितालूर, कुवाकोंडा में पेंटा, गीदम में सियानार, कटेकल्याण में गादीरास, मृदा परीक्षण का कार्य किया जा रहा है। ग्राम चितालूर के किसान योजना में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। व कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जो जानकारी दी जा रही है। उसका लाभ उठाकर अपनी फसल की पैदावार को बड़ा रहे है।

The Aware News