
बीजापुर @:- सरकार के बदलते ही सियासी तेवर भी बदल गए हैं। विपक्ष की भूमिका में प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अंतागढ़ उपचुनाव में लोकतंत्र की हत्या और नान घोटाला मामले का पुरजोर विरोध किया था। अटकलें थीं कि कांग्रेस सरकार में आने के बाद जिस तरह भ्रस्टाचार और गड़बड़ियों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही थी अंतागढ़ लोकतंत्र की हत्या और नान मामले की भी जांच सरकार करायेगी।
प्रदेश के अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में हुई लोकतंत्र की हत्या मामले में मंतुराम पवार और नागरिक आपूर्ति निगम (नान) भ्रष्टाचार मामले में शिवशंकर भट्ट के बयान में प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और अजित जोगी का नाम आने से स्पष्ट हो गया है कि उक्त दोनों मामलों में दो पूर्व मुख्यमंत्रीयों की संलिप्तता उजागर हुई है कांग्रेस पार्टी संगठन हमेशा से प्रकरण की जांच की मांग करते आ रही है जांच प्रक्रिया के आगे बढ़ने से जैसे जैसे खुलासा हो रहा है जिससे तिलमिलाए दोनों पूर्व मुख्यमंत्रीयों द्वारा हास्यास्पद बयान दे रहे है और दोनों नेता अपनी अपनी पार्टी भाजपा और जनता कांग्रेस जे का चेहरा है। और दोनों प्रकरण में उनका चाल चरित्र उजागर हुआ है। भ्रष्टाचार और लोकतंत्र की हत्या में दोनों की संलिप्तता उजागर हुई है।

