दन्तेवाड़ा-
दन्तेवाड़ा-सुकमा जिले के सरहद पर गादीरास थानाक्षेत्र के भूसारास गांव के नाकापारा निवासी जगमोहन शव गांव से 3 किलोमीटर दूर सड़क किनारे मिला। शरीर पर जगह जगह चोट के निशान मौत की कहानी बता रहे है। क्योकि मृतक जिला पुलिस बल दन्तेवाड़ा में पदस्थ आरक्षक अरविंद के पिता है। इसलिए हत्या के पीछे नक्सलियो का भी हाथ हो सकता है।. {इस लिंक से वीडियो देखिये}
दरअसल ग्रामीणों ने जानकारी दी कि सोमवार को मृतक ताड़ी उतारने के नाम से घर से निकला था मगर अचानक लापता हो गया इधर परिजन गांव वाले खोजबीन कर ही रहे थे कि सड़क किनारे मंगलवार को उसी जगह शव ग्रामीणों को संदिग्ध परिस्थितियों में दिखा जहाँ वे दर्जनों बार खोजबीन कर गुजर चुके थे।
◆ इधर घटना स्थल तक पहुँचे बिना बहादुर गादीरास दरोगा फोन पर विवेचना करते हुए शराब के नशे में मौत होना बता रहे है। न तो गांव तक विवेचना के लिए पुलिस पहुँची नही घटना स्थल तक। जबकि थाने से कटेकल्याण जनपद अध्यक्ष चमन कुंजाम लगातार संपर्क कर रहे थे। फिर पुलिस महज 15 किलोमीटर की दूरी तयकर मृतक के गांव पहुँचकर विवेचना नही कर सकी। धन्य है इस तरह की पुलसिंग जो थाने से निकलने में घबरा जाते है।
भूसारास के ग्रामीण देवा,लक्ष्मण,चमन कुंजाम गादीरास थाने में पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कहा जब एक पुलिस आरक्षक के पिता के शव की विवेचना में भूसारास गांव तक पुलिस नही पहुँच पाई तो आम लोगो के साथ क्या बर्ताव करती होगी।
इधर 2 दिनों के बाद बरामद शव पहले कावड़ो पर गांव लेकर ग्रामीण पहुँचे। अब ग्रामीण गांव में पैसा इकट्ठा करके शव को पोस्टमार्टम के लिए सुकमा लेकर जाने की तैयारी कर रहे है।मतलब पुलिस प्रशासन गादीरास के असंवेदनशील बर्ताव का ख़मयाजा मौत के बाद भी मजबूर ग्रामीणों को चुकाना पड़ रहा है।
थानेदार गादीरास नरेंद्र दुबे
जब हमने इनसे बात की फोन पर तो कहते है कि हम पहुँचे है गांव और घटना स्थल जबकि रिपोटिंग करके 03 बजे वापसी तक थाने से कोई नही पहुँचा हुआ था। इस बात से ग्रामीण भड़के हुयेहै।