बीजापुर/दन्तेवाड़ा@नाला तेज बहाव से उफ़न रहा है.नाले को पार करते नीले रंग के कपड़े पहने एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एक हाथ ग्रामीण के हाथ में थामे दूसरे हाथ पर चप्पलों को पकड़े दवाईयों के साथ लड़की पानी के तेज बहाव को लड़खड़ाते पार करती नज़र आ रही है.
देखिये इस वीडियो को :-
साथ मे चल रहे ग्रामीण के सर पर मेडिकल किट बॉक्स भी रखा हुआ नजऱ आ रहा है। अब ये भी बता दे कि ये सारा माजरा बीजापुर जिले के उसूर ब्लाक के बासागुड़ा स्वास्थ्य केंद्र से 25 किलोमीटर दूर कोंडापल्ली उपस्वास्थ्य केंद्र के टेकलागुड़ा पंचायत की है.
◆ इस तस्वीर को देखकर अंदाज़ा लग गया होगा हमारी सरकार को कि बस्तर के दुर्दांत नक्सलग्रस्त इलाकों में विकास के दावे धरातल में कितने ठोस है। और स्वास्थ्यकर्मी कितनी विषम परीस्थितियों के बीच अपने बहुमूल्य जीवन को भी दांव पर लगाकर स्वास्थ्य सेवाएं अनसूर्या राव और उनके साथी दे रहे है। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि एएनएम के पद नियुक्त ये महिलाकर्मी वर्षभर इसी तरह से नदी के उफान को पारकर स्वास्थ्य सेवाएं देने आदिवासी ग्रामीणों के बीच पहुँचती है।
◆ छग सरकार को जरूर इस नजारे को देखकर विकास के स्लोगन को बासागुड़ा जैसे इलाको से शुरू करना चाहिए. क्योकि रोटी कपड़ा और मकान सिर्फ विकास नही है। सड़क पुल पुलिया नेटवर्क कनेक्टिविटी सब कुछ इन इलाकों देने की जरूरत है.
◆ ऐसे कर्मचारियों के दम पर ही बीहड़ो में स्वास्थ्य का तम्बू तना है। बहादुर एएनएम अनसूर्या राव और उनके साथियों को THEAWARE.CO.IN की तरफ से सल्यूट है. जो विषम परिस्थितियों में भी सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजनाओं को जोखिम उठाकर भी पहुँचा रही है.