
दन्तेवाड़ा@ मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीरामचंद्रजी का जन्मोत्सव पर्व रामनवमी व्यवसायिक नगरी गीदम में सोमवार को धुमधाम के साथ मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंगल दल द्वारा रामनवमी का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उक्त अवसर पर एक धार्मिक सभा का आयोजन भी किया गया तदउपरांत शाम को नगर में राम लला की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में हजारों की संख्या में महिला पुरूष बच्चे एवं युवा शामिल हुए। श्रीराम के जयघोष से पूरा नगर गूंजायमान हो उठा।
मंच में उपस्थित सभी अतिथियों को अं0हिन्दू परिषद एवं रा0बजरंग दल के पदाधिकारियों ने शॉल श्रीफल देकर सम्मानित किया। तदोपरांत मंचासीन अतिथियों ने एक सुर में मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीरामचन्द्रजी का भव्य मंदिर आयोध्या में जल्द से जल्द बनाने का संकल्प लिया और कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिये सभी को एकजूट होना होगा तभी देश व समाज का विकास संभव होगा। सभा के समापन उपरांत शाम 5 बजे पुराना बस स्टेंड से हजारों रामभक्तों की उपस्थित में रामलला की आकर्षक झांकी निकाली गई। शोभा यात्रा के दौरान रामभक्त हाथों में तलवार लहराते पूरे जोश के साथ जय राम श्रीराम, जय जय श्रीराम के जयकारे लगाते रहे। डीजे की धुन पर नाचते गाते रामभक्त आगे आगे चल रहे थे। बच्चे भी हाथों में भगवा ध्वज लिये रास्ते भर नाचते झुमते भगवान की भक्ति समाहित रहे। हर कोई रामलला की भक्ति में डूब सा गया था। शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। माथे पर तिलक व सर पर भगवा साफा बांधे हुए बच्चे, बुजूर्ग युवा व महिलाएं भी रामजी के जयकारे लगा रही थी। नगर का पूरा वातावरण राममय हो गया था। जगह जगह आतिशबाजी कर युवा माहौल में और गरमाहट ला रहे थे। नगरवासियों ने जगह जगह रामभक्तों को पानी व शरबत पिलाकर स्वागत किया।
शोभा यात्रा में हनुमानजी की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रही। छोटे छोटे बच्चे हनुमान, राम, सीता बने झांकी में बैठे हुए थे जिन्हें देखने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। शोभा यात्रा पुराने बस स्टेंड से निकलकर मुख्य मार्ग से होता हुआ हारम चौक पहुंचा जहां से वापस मस्जिदपारा गली से होती हुई सीधे नया बस स्टेंड पहुंची। शाम 7 बजे वापस पुराना बस स्टेंड में आकर शोभा यात्रा संपन्न हुई। रामनवमी कार्यक्रम को सफल बनाने में अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के सभी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की जिसके चलते कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा।


