दंतेवाड़ा@ दंतेवाड़ा विधानसभा क्रमांक 88 में भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष चैतराम अटामी को पार्टी की तरफ से अधीकृत उम्मीदवार घोषित किया है. टिकट वितरण के बाद से दंतेवाड़ा जिले में भाजपा के अंदर टिकट से असंतुष्ट नेताओ के बगावती तेवर प्रखर होकर नज़र आने लगे है. सबसे पहले ओजस्वी मण्डावी की पुत्री दीपा मण्डावी ने माँ को टिकट नही मिलना अपने स्व.पिता भीमाराम मण्डावी की शहादत का अपमान बताया है। तो वही दूसरी तरफ जिले कटेकल्याण, कुआकोंडा, और दंतेवाड़ा मण्डल के अंतर्गत दर्जनों सरपंच, मण्डल अध्यक्ष और टिकट वितरण से असंतुष्ट नेता ने दंतेश्वरी मंदिर के पीछे भैरम मंदिर प्रांगण में एक गोपनीय बैठक कर अपनी ही पार्टी के खिलाफ साइलेंट विरोध कर चुनाव में काम नही करने का निर्णय लिया है।

मुड़ामी के समर्थक भी नाराज-
दंतेवाड़ा विधानसभा से इस बार ओजस्वी मण्डावी के साथ नंदलाल मण्डावी को विधायक टिकट का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था. लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने सारे जमीनी स्तर पर किये सर्वे को दरकिनार करते हुये. टिकट चैतराम अटामी को थमाकर दंतेवाड़ा विधानसभा में कांग्रेस के सामने कमजोर प्रत्याशी लाकर खड़ा कर दिया है. जिस प्रत्याशी के बनने से इतनी बगावत की लपटें उठ रही है वहां कमल किस तरह से खिलने की उम्मीद भाजपा कर सकती है। शीर्ष नेतृत्व अगर दंतेवाड़ा जिले में भाजपा के अंदर चल रहे डेमेज को कंट्रोल नही करता है तो आने वाले दिनों में भाजपा प्रत्याशी की स्थिति इस चुनाव बेहद कमजोर साबित होने वाली है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Aware News