दंतेवाड़ा- शारदीय नवरात्रि में जिला प्रशासन दंतेवाड़ा का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है, इस तरह का आरोप जिला पंचायत सदस्य रामू नेताम प्रशासन की कार्यशैली को लेकर लगा रहे हैं। श्री नेताम ने प्रेसनोट जारी करते हुए कहा कि

पहले तो नवरात्रि में कोविड का हवाला देकर दंतेश्वरी मंदिर में आमलोगों के दर्शनों के लिए प्रशासन ने मंदिर के द्वार बन्द रखने की बात कही। वही कांग्रेस के गरबा आयोजन में जोर शोर से जुटा रहा जब स्थानीय लोगो मे इस दोहरे चरित्र की जमकर चर्चा होने लगी तो आनन फानन में टेम्पल कमेटी के साथ मंदिर कोविड गाईड लाइन के साथ खोलने का फैसला ले लिया। साथ ही पदयात्रियों से पदयात्रा न करने की अपील की गई और श्रद्धालुओं ने इसी वजह से कोविड-१९ के चलते मंदिर दर्शन में दूरियां भी बनाई थी।

मगर जैसे ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम के पदयात्रा की खबर मीडिया में निकली तब आमलोगों ने पैदल देवी दंतेश्वरी के दर्शन के लिए निकलने लगे।

प्रशासन ने केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह को नवरात्र के पहले दिन नियमो का हवाला देते हुए मंदिर के गर्भगृह के समीप जाने नही दिया। लेकिन वही आज जब बस्तर सांसद दीपक बैज दर्शन के लिए पहुँचे तो सरकार का टशन दिखाते सारे नियम कायदों को किनारे करते उन्हें गर्भगृह एवं प्रतिबंधित जगह तक ले जाकर दर्शन करवाया गया। जो कि प्रशासन के दोहरे चरित्र को उजागर करती है। क्या आस्था के केंद्र नेताओ और आमजन के लिए अलग अलग है।

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